बीज गुणवत्ता पर ध्यान दें कृषि वैज्ञानिक
तीन दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण का समापन
झाबुआ। कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ द्वारा आयोजित एवं कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान जोन-9 जबलपुर के समन्वयन से दलहन एवं तिलहन के कलस्टर अन्तर्गत प्रथम पंक्ति प्रदर्शन की तीन दिवसीय कार्यशाला सह प्रशिक्षण का समापन हुआ। समापन अवसर पर कृषि विज्ञान केन्द्र झाबुआ के प्रोफेसर एवं प्रमुख डॉ. आई.एस. तोमर ने कार्यशाला में दोनों राज्यों से पधारे वैज्ञानिकों द्वारा इन तीन दिवसीय कार्यशाला में आये सुझावों को अपने-अपने कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से किसानों तक इसका लाभ पहुंचाने हेतु अनुरोध किया ।
इस अवसर पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया के कुलपति डॉ. एस.के राव ने कार्यशाला में उपस्थित वैज्ञानिकों को सलाह देते हुये कहा कि सीड हब बनाने के साथ-साथ बीज की गुणवत्ता पर भी ध्यान दें। कार्यक्रम में कृषि प्रौद्योगिकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थान के निदेशक डॉ. अनुपम मिश्रा ने भी कृषि जानकारी दी। कार्यशाला के समापन अवसर पर डॉ. वी.पी. चहल, सहायक महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद नई दिल्ली डॉ. ए. के. तिवारी, निदेशक, दलहन विकास निदेशालय, भोपाल, डॉ. एम.पी. ठाकुर, निदेशक कृषि विस्तार सेवाएं, इन्दिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, डॉ. आर.एन. बनाफर, निदेशक विस्तार सेवाएं राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर उपस्थित रहे।
कार्यशाल के समापन अवसर पर डॉ. एस.आर.के. सिंह ने प्रमुख डॉ. आई.एस. तोमर एवं उनकी टीम द्वारा किये गये सफलतापूर्ण आयोजन की प्रशंसा की।