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रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह

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  • स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जन्मदिवस के उपलक्ष मे स्वच्छता ही सेवा अभियान में सम्मिलित होकर अपना योगदान सुनिश्चित करें।
  • धान में गंधी बग कीट से बचाव हेतु थायोमिथाक्सम 5 ग्राम अथवा 8 मिली प्रति पंप कि दर से प्रभावित प्रक्षेत्र पर छिड़काव करें।
  • फसलों की गहाई पश्चात 2-3 दिन बीज को धूप में सुखाएं जिससे भंडारण हेतु इसकी नमी 10-12 प्रतिशत तक कम की जा सके। बीज को भंडारण हेतु एचडीपीई बैग का उपयोग कर हवादार एवं नमी रहित भंडार गृह में सुरक्षित रखें।
  • खरीफ की फसलें कटने के तुरन्त बाद खेत की जुताई करके पाटा चलाकर भूमि की नमी का संरक्षण करें। अक्टूबर के दूसरे से चौथे सप्ताह में चना, मसूर की बुआई करें।
  • मटर, मसूर, चना की बोनी के पूर्व स्यूडोमोनास फ्लोरिसेंस 5 से 6 ग्राम प्रति किलोग्राम बीज या कर्बेन्डाजिम+ डाइथेम एम -45 के मिश्रण का 2.5 ग्राम प्रति किलो बीज का उपचार करने के बाद जैव उवर्रक राइजोबियम एवं पीएसबी 5-5 ग्राम प्रति किग्रा बीज से निवेशित करके बीज की बुवाई करें।
  • सरसों की उन्नत किस्में- आरएच-749, एनडीआर-8501, पूसा महक, पूसा जय, किसान, पूसा तारक, जे.एम.-03, भरत-01, अरावली, एवं वरुणा इत्यादि।
  • मसूर की उन्नत किस्में – जेएल-3, एल-4076, जेएल-1, नूरी, शेखर मसूर-3।
  • गेंहू की उन्नत किस्में 1 से 2 सिंचाई वाली- जेडब्ल्यू-3288, जेडब्ल्यू-3211, जेडब्ल्यू-3020, एचआई-1531। असिंचितं- जेडब्ल्यू-3288, जेडब्ल्यू-3173।

उद्यानिकी 

  • खेत मे नमी होने पर सब्जी वाली फसलें जैसे- मिर्ची, बैंगन, पत्ता गोभी, फूलगोभी, प्याज एवं टमाटर की तैयार पौध का  निर्धारित दूरी पर रोपण करें।

पशुपालन 

  • हरे चारे हेतु बरसीम की बोवाई करें। दुधारू पशुओं को शुद्ध पानी सुबह और शाम अवश्य पिलाएं एवं दाना, हरे एवं शुष्क चारे का मिश्रण खिलायें।
अधिक जानकारी के लिये रेडियो पर सुनें किसान संदेश आकाशवाणी
के एफ एम विविध भारती भोपाल 103.5 मेगा हा.,
जबलपुर 102.9 मेगा हा., पर शाम 6.30 से 6.35बजे एवं आकाशवाणी छिंदवाड़ा 675 कि.हा.पर शाम 7.00 से 7.05 बजे।
टोल फ्री नं.18004198800 पर
संपर्क करें सुबह 9.30 से शाम 7.30 बजे तक
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