30 करोड़ के स्वाईल हेल्थ कार्ड
प्रदेश के किसानों को नि:शुल्क मिलेंगे
भोपाल। संतुलित उर्वरक एवं पोषक तत्व प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के किसानों को इस वर्ष 30 करोड़ रुपये से अधिक के स्वाईल हेल्थ कार्ड नि:शुल्क बांटे जाएंगे। प्रदेश सरकार ने इस वर्ष 16 लाख 40 हजार स्वाईल हेल्थ कार्ड बांटने का लक्ष्य रखा है।
जानकारी के मुताबिक भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वाईल हेल्थ कार्ड योजना में प्रदेश के कृषि विभाग ने नमूना लेने के लिए राज्य का रोडमैप तैयार किया है। इसके मुताबिक इस वर्ष सभी संभागों में कुल 16 लाख 40 हजार मिट्टी के नमूने एकत्र किए जाएंगे इसके परीक्षण के बाद स्वाईल हेल्थ कार्ड तैयार होंगे जिसमें एक कार्ड की कीमत कुल 190 रुपये होगी। यह खर्च केन्द्र एवं राज्य सरकार वहन करेगी।
कैसे लेंगे मिट्टी का नमूना
योजना के तहत सिंचित क्षेत्र में सीमांत एवं लघु कृषकों से 2.5 हेक्टेयर में तथा मध्यम एवं बड़े कृषकों से प्रति जोत नमूना लिया जाएगा। इसके साथ ही असिंचित क्षेत्र में सीमान्त, लघु व मध्यम कृषकों से 10 हेक्टेयर प्रति ग्रिड का एक नमूना लिया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक चालू वर्ष में अप्रैल, मई, जून, अक्टूबर एवं नवम्बर माह में नमूने एकत्र किए जाएंगे। राज्य में सबसे अधिक मृदा नमूने लेने का लक्ष्य जबलपुर संभाग में 2.90 लाख तथा सबसे कम शहडोल संभाग में 49 हजार 400 का रखा गया है। इसके अलावा उज्जैन संभाग में 2.83 लाख, इन्दौर संभाग 2.10 लाख, भोपाल संभाग 1.93 लाख, सागर 1.87 लाख, ग्वालियर 1.22 लाख, नर्मदापुरम 1.23, रीवा 99 हजार 200 तथा चंबल संभाग में 81 हजार नमूने लिए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि केन्द्र सरकार ने मृदा में पोषक तत्वों की कमी तथा संतुलित उर्वरक उपयोग को बढ़ावा दे कर उत्पादन में वृद्धि करने के लिए वर्ष 2014-15 से देश में स्वाईल हेल्थ कार्ड योजना लागू की है। इसके तहत तीन वर्षों में 14 करोड़ मृदा स्वास्थ कार्ड तैयार करने का लक्ष्य है।
म.प्र. में स्वाईल हेल्थ कार्ड के लक्ष्य 2016-17
संभाग – मृदा नमूना
जबलपुर – 290300
उज्जैन – 283000
इन्दौर – 210700
भोपाल – 193300
सागर – 187500
नर्मदापुरम – 123300
ग्वालियर – 122200
रीवा – 99200
चंबल – 81100
शहडोल – 49400