2022 तक किसानों की आय दो गुनी करने हुआ विचार मंथन
जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय की विकसित कृषि तकनीकी को प्रदेश के 25 जिलों के कृषि विज्ञान केन्द्रों के माध्यम से किसानों तक पहुंचाया जा रहा है। प्रतिवर्ष विस्तार संचालनालय में समस्त कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिक एवं विश्वविद्यालय के विशेषज्ञ प्रगति की विवेचना एवं आगामी वर्ष हेतु जिलेवार कृषि विस्तार की कार्य योजना को अंतिम रूप देते हैं। जून माह में ही कृषि संबंधी गतिविधियां प्रारंभ हो जाती हैं। भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2022 तक किसानों की आय दो गुनी करने का लक्ष्य रखा गया है। समीक्षा बैठक का आयोजन कुलपति प्रो. विजय सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य एवं संचालक विस्तार सेवायें डॉ. पी.के. बिसेन एवं जोन-7 अटारी के निदेशक डॉ. अनुपम मिश्रा की उपस्थिति में संपन्न हुआ। दो दिवसीय बैठक में विभागाध्यक्ष डॉ. गिरीश झा, डॉ. एस.एन. सिंह एवं प्रमुख वैज्ञानिक डॉं. एम.एल. केवट, डॉ. के.के. अग्रवाल, डॉं. ए.एन. श्रीवास्तव, डॉ. डी.के. पहलवान के द्वारा कार्य योजना को अंतिम रूप दिया जायेगा।
इस मौके पर प्रदेश के 25 कृषि विज्ञान केन्द्रों के कार्यक्रम समन्वयक तथा संचालनालय विस्तार सेवायें के डॉ. एम.के. हरदहा, डॉ. दिनकर शर्मा, डॉं. टी.आर. शर्मा, डॉं. संजय वैश्म्पायन, डॉ. अर्चना पाण्डे, डॉं. अनय रावत भी उपस्थित थे। कार्यक्रम सफल बनाने में श्री रघुनाथ ठाकुर एवं अनुज सिंह का सराहनीय योगदान रहा।