सौ से ज्यादा किसान सब्जी की खेती से बने लखपति
आज कामतोन कासिया और सौथर से, रोज गाडिय़ां भर-भरकर सब्जियां बिकने के लिए बिनेका, सुल्तानपुर, अब्दुल्लागंज बाजार में आती हैं और छोटे किसानों को साल भर में एक एकड़ से, लाख रूपये तक की कमाई हो रही है। इसकी शुरूआत पांच साल पहले तब हुई जब लुपिन संस्था ने कामतोन कासिया के पांच किसानों को प्रशिक्षित कर, सब्जी के बीज दिये। कामतोन कासिया के लक्ष्मण सिंह उन किसानों में से एक हैं। लक्ष्मण कहते हैं कि उनकी देखा-देखी, गांव के लोगों में सब्जी की खेती की ललक पैदा हो गयी है और अब पूरा गांव ही बरसात में गिलकी, ककड़ी, बरबटी की खेती करता है जबकि जाड़े में गोभी, टमाटर, बंैगन की फसल लगाते हैं। व्यापारियों की गाडिय़ां खेत से ही सब्जी ले जाते हैं सो बेचने की तकलीफ भी नहीं है। लक्ष्मण बताते हैं कि उन्नत खेती से अब सालाना दस लाख रूपये तक की आमदनी हो जाती है और अब पालीहाउस बनाने की तैयारी चल रही है।