सुपर फास्फेट उत्पादन में कमी की संभावना
इंदौर। स्थानीय रॉक फास्फेट की अनुपलब्धता के कारण सुपर फास्फेट के उत्पादन में कमी आने की संभावना है। कृष्णा फास्फेट मध्य भारत एपी इंडिया आदि कई सुपर फास्फेट निर्माता कम्पनियां कच्चे माल के अभाव में बंद हो गई हैं या अपनी क्षमता से कम उत्पादन कर रही हैं।
सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक के निर्माण में रॉक फास्फेट एक प्रमुख कच्चे माल के रूप में उपयोग किया जाता है। रॉक फास्फेट आयात भी किया जाता है तथा भारत में भी कुछ स्थानों पर इसकी खदाने हैं। म.प्र. के मेघनगर में रॉक फास्फेट की खदानें हैं। इन खदानों से निकले रॉक फास्फेट का भी उपयोग सिंगल सुपर फास्फेट के निर्माण में किया जाता है। म.प्र. राज्य खनिज निगम द्वारा संचालित इन खदानों में से तीन खादानों का केंद्रीय खान निदेशालय की आपत्तियों के कारण संचालन बंद हो गया है। जिसके कारण स्थानीय सिंगल सुपर फास्फेट निर्माताओं को रॉक फास्फेट की आपूर्ति में बाधा आ रही है। यदि शीघ्र ही इन खदानों का पूर्ण दोहन शीघ्र प्रारंभ नहीं हुआ तो आगामी खरीफ सीजन में प्रदेश में सुपर फास्फेट की आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।