समस्या- मुझे गेहूं की चंदोसी जाति चाहिये कहां से प्राप्त होगी अभी मैंने जलगांव से लाई जाति लगा रखी है।
– हरिसिंग मीणा, हरदा
समाधान- आपने बाहरी प्रांत (जलगांव महाराष्ट्र) से कोई जाति लाकर लगाई है जो अच्छी बात नहीं है आपको जानकर आश्चर्य नहीं होना चाहिये कि हमारे प्रदेश में गेहूं को चार स्थिति में बोया जाता है और हर स्थिति के लिये एक दर्जन से अधिक जाति आज हाथों में है फिर क्या कारण है कि आस-पड़ोस से बीज लाकर जो अनजान है जिसका परीक्षण हमारे प्रदेश की मिट्टी, जलवायु में नहीं हुआ है उसको लगाया जाये मजबूरी तो हो ही नहीं सकती कृपया भविष्य में ऐसे प्रयास नहीं करें अन्यथा चोरी/छिपे कोई रोग या कीट उस बीज के साथ हमारे यहां आ जायेगा जिसका परिणाम सभी को भोगना पड़ेगा उदाहरण के लिये पंजाब,हरियाणा से गेहूं के साथ वन्ट रोग आने की संभावना, दक्षिण भारत से अन्नगिरी, चने के साथ उकठा रोग इत्यादि। आपको नवीन चंदोसी जाति लगाना है जिसे एच.डी.2189 के नाम से जाना जाता है और हमारे प्रदेश के लिये देरी से लगाने के लिये इसकी सिफारिश भी की गई है आप अपने जिले के उप संचालक कृषि के कार्यालय में जाकर इस जाति के बीज के लिये अपनी मांग दर्ज करा दें और आगामी रबी मौसम में आपको बीज मिलने की संभावनाओं पर उनसे चर्चा करें।