समस्या- चने की इल्ली का प्रकोप हर वर्ष आता है इससे बचने के लिये कौन-कौन से उपाय करना होगा, ताकि नुकसान से बच सकें।
– हरवंश सिंह, देवरी
समाधान- चने पर इस कीट के कारण इतना प्रकोप हो जाता है कि वैज्ञानिक इसे अंतर्राष्ट्रीय पीड़क के नाम से जानते हंै। यदि समय से बचाव पर ध्यान दिया जाये तो नुकसान से बचा जा सकता है। आप निम्न उपाय करें।
- घर में चावल पकाते हैं वह बच जाता है उसको चने के खेत में 4-6 जगह बिखेर दें परभक्षी चिडिय़ा उसे खाने आयेगी और इल्ली को चटकर जायेगी।
- पक्षियों को बैठने के लिये टी आकार की खूटियां जगह-जगह गाड़ दें इन खूटियों को चने में जब दाना आने लगे तब निकाल दें।
- फूल आने की अवस्था में निम्बोली चूर्ण 25 ग्राम/750 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
- प्रथम छिड़काव के 10-15 दिनों बाद न्यूक्लियर पॉली हाईड्रोसिस वायरस 250 एल.ई. 750 मि.ली. 750 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
- फूल-फली अवस्था पर प्रति मीटर 2 या 3 से अधिक इल्ली होने पर क्विनालफॉस, प्रोफेनोफॉस या मिथोमिल 1000 से 1500 मि.ली./750 लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करें।
- रसायनिक कीटनाशक का उपयोग सबसे अंतिम प्रयास हो ताकि खेतों में पाये जाने वाले मित्र कीटों की सक्रियता पर अवरोध ना लगवाये।