संयुक्त संचालक विस्तार सेवाएं की मॉनीटरिंग वैज्ञानिकों ने दिए उपयोगी सुझाव
जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर के संयुक्त संचालक विस्तार सेवाएं डॉ. डी. पी. शर्मा अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय रीवा डॉ. एस. के. पाण्डेय, पौध रोग विशेषज्ञ डॉ. एस. के त्रिपाठी, पौध प्रजनक वैज्ञानिक डॉ. एस. के. पयासी ने कृषि विज्ञान केन्द्र रीवा द्वारा खरीफ में अरहर की उन्नत किस्म आर. ए.-6 का जिले के रीठी, पुरैना, मझियार, खोखम क्लस्टर में प्रदर्शन डाले गये थे। कृषि विज्ञान केन्द्र के कार्यक्रम समन्वयक डॉ. अजय पाण्डेय ने ग्राम रीठी में भ्रमण कराया। वैज्ञानिकों ने पाया कि फसल में पत्ती मोड़क इल्ली का प्रकोप पाया गया है जिसके समाधान के लिए डॉ. एस. के त्रिपाठी ने इंडोक्साकार्ब दवा की 500 मिली./हे. की दर से छिड़काव का सुझाव दिया, डॉ. डी. पी. शर्मा ने कृषकों को अरहर की खुटाई बोनी के 30 एवं 60 दिन पर करने की सलाह दी साथ ही पाले से बचाव हेतु हल्की सिंचाई की सलाह दी, अधिष्ठाता डॉ. एस. के. पाण्डेय ने मृदा परीक्षण आधारित तत्व प्रबंधन पर जोर दिया, ग्राम रीठी के कृषक श्री रामराज पटेल की फसल अत्यंत अच्छी थी जिसकी सभी वैज्ञानिकों ने प्रशंसा की, दल में कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. बी. के तिवारी, डॉ. के. एस. बघेल एवं डॉ. संजय सिंह भी उपस्थित थे। ग्राम रीठी से श्री रामखेलावन पटेल, श्री अशोक पटेल, श्री अरूण पटेल, श्री राजेश पटेल इत्यादि कृषक उपस्थित थे, वैज्ञानिकों का दल रीठी से ग्राम पुरैना में भ्रमण किया जिसमें कृषक संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसमें कृषक श्री रामकिशोर द्विवेदी, प्रहलाद कुमार दुबे, श्री विष्णु पाण्डे, श्री प्रदीप शर्मा इत्यादि कृषक उपस्थित थे।
डॉ. डी. पी. शर्मा ने किसानों को समन्वित कृषि अपनाने की बात कहे डॉ. अजय पाण्डेय ने अरहर में लगने वाले कीटों की जानकारी दिए।