वेस्टर्न निरोगी 108 किसानों की पहली पसंद बनी
इंदौर। वेस्टर्न एग्री सीड्स लि. की बीजी-2 कपास किस्म वेस्टर्न निरोगी 108 लगभग 85 प्रतिशत कपास उत्पादक किसानों को नं. 1 परिणाम दे रही है। इसी कारण यह किस्म किसानों की पहली पसंद बनती जा रही है। एक सर्वेक्षण में किसानों ने कहा कि उनके खेत में सभी किस्मों की कपास की तुलना में वेस्टर्न निरोगी 108 के परिणाम दूसरों से बेहतर हैं।
कम्पनी के वितरक मे. विनोदराय पंडया एंड सन्स के निदेशक श्री नितेश पंडया बताते हैं कि 160 से 170 दिन की अवधि वाली इस किस्म को देरी से भी बोया जा सकता है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट होता है, इसमें दवाई, खाद का खर्च लगभग नहीं के बराबर आता है। इसका पौधा घना, सीधा और ऊंचा होता है। घेंटे बड़े, संख्या में अधिक व पास-पास होते हैं। इसमें 15 से 40 प्रतिशत तक उत्पादन अधिक मिलता है। घेंटे पूरी तरह खुलने से इसमें चुनाई करने में आसानी होती है जिससे किसान को चुनाई खर्च कम आता है।
श्री पंडया कहते हैं कि अन्य किस्मों के मुकाबले इसमें रस चूसने वाले कीटों का प्रकोप कम होता है। फलस्वरूप दवाई आदि का खर्चा भी कम लगता है।