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राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से प्रदेश की 19 मंडी और जुड़ेंगी

ई-बाजार से जुडऩे वाली 19 मंडियां
सीहोर, बैतूल, पिपरिया, इन्दौर, उज्जैन, देवास, मंदसौर, नीमच, जावर, अशोक नगर, दमोह, छिंदवाड़ा, सतना, विदिशा, सागर, जबलपुर, हरदा, रतलाम एवं रीवा।

भोपाल। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने कहा कि 30 सितंबर से प्रदेश की 19 मंडी में राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना शुरू हो जायेगी। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार की इस योजना में प्रदेश की 20 मंडी का चयन किया गया है। इसमें से भोपाल की करोंद मंडी में पायलट तौर पर गत 14 अप्रैल से यह योजना लागू हो चुकी है।
श्री बिसेन गत दिनों मंडी बोर्ड में आंचलिक अधिकारियों की बैठक में किए गए कार्यों और मंडी शुल्क की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने मंडी समितियों में सुरक्षा और निगरानी के लिए सी.सी.टी.वी. कैमरा लगवाने के निर्देश दिये। बैठक में राज्य कृषि विपणन बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री राकेश श्रीवास्तव उपस्थित थे।
कृषि मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि ई-मंडी से संबंधित अधिकारी 30 सितंबर के पहले सभी तैयारियाँ पूरी कर लें। इसके बाद योजना सुचारू रूप से संचालित हो यह तय करें। श्री बिसेन ने कहा कि खरीफ सीजन की फसलों के आवक का समय हो गया है। सभी फसलों का किसानों को समर्थन मूल्य मिले और बिचौलिये औने-पौने दाम पर न खरीदें इसका ध्यान रखा जाये। उन्होंने कहा कि खरीफ  फसलों के लिए भारत सरकार द्वारा तय किये गए समर्थन मूल्य का प्रचार-प्रसार हो।  मंत्री श्री बिसेन ने जैविक उत्पादों के विक्रय के लिए मंडियों में जैविक प्लेटफार्म बनाने को कहा। उन्होंने मुख्यमंत्री हम्माल एवं तुलावटी सहायता योजना के व्यापक प्रचार-प्रसार और संबंधित को इसकी जानकारी हो यह सुनिश्चित करने को कहा। श्री बिसेन ने मंडी समितियों में किसानों को 5 रूपये थाली भोजन उपलब्ध करवाने की योजना में व्यापक सुधार लाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने किसानों को गुणवत्तापूर्ण भोजन, पीने का शुद्ध पानी और बैठने की बेहतर व्यवस्था करने को कहा।
बोर्ड के प्रबंध संचालक श्री राकेश श्रीवास्तव ने मंडी समितियों में सूचना प्रौद्योगिकी का अधिकतम उपयोग करने को कहा। उन्होंने मंडियों का आधुनिकीकरण करने और साफ.-सफाई पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये।

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