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मप्र में खुलेंगे 200 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्र

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भोपाल। केन्द्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री अनंत कुमार ने यहाँ डिजी धन मेले में मध्यप्रदेश में 200 प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके लिये मध्यप्रदेश के साथ एम.ओ.यू किया जायेगा। वे स्थानीय बिट्टन मार्केट में डिजी धन मेले का शुभारंभ कर रहे थे। प्रदेश में डिजी धन मेलों की श्रृंखला की शुरूआत भोपाल से हो रही है। इसके बाद इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और देवास में मेले लगेंगे। मेलों का उद्देश्य आम लोगों को कैशलेस लेन-देन के लिये प्रोत्साहित करना, कैशलेस लेन-देन उपकरण और प्रोडक्ट के संचालन के बारे में जानकारी देना है।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि बैंगलुरू को एशिया की सिलिकॉन वेली माना जाता है लेकिन अब मध्यप्रदेश आई.टी. स्टेट बन गया है। उन्होंने बताया कि देश में खाद की कोई कमी नहीं है। नीम कोटेड यूरिया आसानी से मिल रहा है। उन्होंने लोगों का आव्हान किया कि वे अपना नजरिया बदले और ज्यादा से ज्यादा कैशलेस लेन-देन करें।
केन्द्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने डिजी धन योजना को अनूठी योजना बताते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग बढ़ रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री अनंत कुमार के प्रति आभार व्यक्त किया कि उनके प्रयासों से खाद की कीमतें नहीं बढ़ी और खाद के लिये लंबी लाईन लगना बंद हो गई।  उन्होंने कहा कि कैशलेस लेन-देन से भ्रष्टाचार की संभावना खत्म की जा सकती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की मण्डियों में 95 प्रतिशत लेन-देन कैशलेस हो गया है। पैसे सीधे किसानों के खाते में चले जाते हैं और कैशलेस लेन-देन से सरकार को टैक्स भी मिल जाता है जिसका उपयोग गरीबों के लिये योजनाएँ बनाने में होता है।
इस अवसर पर सहकारिता विभाग द्वारा डिजिटल इंडिया अभियान में योगदान देते हुए सहकारी क्षेत्र में देश के पहले वॉलेट ‘सहकार बटुआÓ का शुभारंभ किया गया। भोपाल कॉ-आपरेटिव बैंक को ऑफलाईन लेन-देन की सुविधा देने के लिये एसएमएस आधारित प्लेटफार्म का भी शुभारंभ किया गया। मेले में विभिन्न उर्वरक कंपनियों ने स्टॉल लगाकर कैशलेस व्यवस्था की जानकारी दी।

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