भारत में बीएएसएफ के कीटनाशक अब धान पर भी
हैदराबाद। गत दिवस हैदराबाद में हुए लांच कार्यक्रम में बीएएसएफ क्रॉफ प्रोटेक्शन के पे्रसीडेंट श्री मार्कस हेल्ट ने भारत के धान उत्पादकों की पूर्ण क्षमताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि बीएएसएफ के विशेषज्ञ धान उत्पादक समुदाय की समस्त आवश्यकताओं के लिए समर्पित है। फसल संरक्षण में बीएएसएफ विश्व शिखर पर है और वर्ष 2015 में इसकी ग्लोबल बिक्री 5.8 बिलियन यूरो की रही। भारत में धान का उत्पादन 10 करोड़ टन सालाना होता है और लगभग 1 करोड़ टन चावल का निर्यात भी विश्व बाजार में किया जाता है।
बीएएसएफ द्वारा फंगीसाइड्स के तौर पर सेल्टीमा और एडेक्सर लांच किया है, जो धान के शीथ ब्लाइट और ब्लास्ट रोग को प्रभावी तरीके से काबू में करेगा। साथ ही विपुल उत्पादन भी देगा। हर्बीसाइड बासाग्रान भी धान किसानों की खरपतवार से निपटने में सहायक होगा। किसानों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए अगले 3 वर्षों में नए उत्पाद भी आएंगे।
बीएएसएफ के लगभग 200 पौध संरक्षण विशेषज्ञ सम्पूर्ण भारत में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसका विश्वस्तरीय अनुसंधान एवं विकास केंद्र नवी मुंबई में थाणे में स्थित है। बीएएसएफ ने वर्ष 2015 में 500 मिलियन यूरो का वैश्विक निवेश पौध संरक्षण अनुसंधान के लिये किया है। डॉ. रमन रामचन्द्रन चेयरमेन बीएएसएफ इंडिया कहते हैं कि मेक इन इंडिया स्मार्ट सिटीज और स्वच्छ भारत जैसी पहल रसायन उद्योग को सकारात्मक अवसर प्रदान करेगी और बीएएसएफ इन अवसरों का लाभ लेने के लिये भारत में सक्रिय रूप से निवेश कर रही है।