प्रदेश की कृषि विकास दर सबसे अधिक
ग्यारह वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की विकास दर प्रभावित नहीं होने देंगे। उन्होंने दावा किया कि उन्होंने राज्य के लिये 2.83 लाख करोड़ रुपये का निवेश आकर्षित किया है। ज्यादातर निवेश का असर दिखना शुरू हो गया है। टीसीएस और इन्फोसिस जैसी कंपनियां अब मध्यप्रदेश आ रही हैं। हमने बड़े स्तर पर प्रक्रियात्मक सुधार किए हैं, जिनके काफी सकारात्मक असर देखने को मिले हैं और जरूरतमंदों को मदद मिल रही है। हमारी सरकार गैर-सरकारी, मझोले एवं बड़े उद्योगों और सेवा क्षेत्रों में अधिक से अधिक रोजगार सृजित करने में सफल रही है।
राज्य की वित्तीय स्थिति पर श्री चौहान ने कहा कि राज्य पर किसी तरह का वित्तीय दबाव नहीं है। हालांकि राज्य सरकार ने रकम का गलत इस्तेमाल रोकने के लिये कुछ भुगतान पर पाबंदी लगा दी है। उन्होंने कहा जब मैंने मुख्यमंत्री पद की कमान संभाली थी तो उस समय राज्य को उसके कुल राजस्व का 22 प्रतिशत हिस्सा ब्याज के तौर पर भुगतान करना पड़ता था। अब इस मद में केवल 8 प्रतिशत रकम ही जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 10 साल के अपने कार्यकाल में उन्होंने सिंचाई क्षमता में जबरदस्त सुधार किया है। उन्होंने कहा, ‘अब राज्य में सिंचित क्षेत्र 7 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 40 लाख हेक्टेयर हो गया है। मैंने 60 लाख हेक्टेयर सिंचित भूमि का लक्ष्य तय किया है।
प्रदेश की कृषि विकास दर सबसे अधिकस्वास्थ्य तथा शिक्षा के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि शुरू में दिक्कतें थीं, लेकिन अब इनमें काफी सुधार आया है।