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जैविक खेती को बढ़ावा देने मानव संसाधन बहुपयोगी

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जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के संचालनालय अनुसंधान सेवाएं के सभागार में जैविक खेती पर आयोजित त्रैमासिक कार्यक्रम का समापन गत दिनों आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कु. इपसिता सिन्हा, सी एण्ड ए फाउंडेशन, नई दिल्ली, अध्यक्ष कुलपति प्रो. विजय सिंह तोमर, विशिष्ठ अतिथि संचालक अनुसंधान सेवाएं डॉ. एस.के. राव, एक्शन फार सोशल एडवांसमेंट (आशा), भोपाल के श्री सोमनाथ राय, संचालक प्रक्षेत्र डॉ. डी.के. मिश्रा आदि उपस्थित थे। अतिथियों का स्वागत एवं स्वागत भाषण प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. मेवालाल केवट, शस्य विज्ञान द्वारा दिया गया। डॉ. राव द्वारा इस कार्यक्रम को आशा द्वारा कृषि विवि में आयोजित करने हेतु धन्यवाद दिया तथा इस कार्यक्रम की महत्ता के बारे में बताया डॉ. राव द्वारा प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा देने हेतु इस प्रशिक्षित मानव संसाधन को बहुउपयोगी करार दिया।  इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रशिक्षणार्थियों को बायोरे-इंडिया जैविक प्रक्षेत्र, कसरावाद, खरगोन का भ्रमण कराया गया तथा वहां पर प्रायोगिक तौर पर जैविक खेती के विभिन्न आयामों के बारे में जानकारी प्रदान की गयी इस कार्यक्रम को प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. व्ही.के. शुक्ला जैविक खेती द्वारा समन्वित किया गया।

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इस कार्यक्रम की मुख्य अतिथि कु. इस्पीता सिन्हा द्वारा इस कार्यक्रम को आशा के माध्यम से विश्वविद्यालय में प्रायोजित करने के उद्देश्य के बारे में जानकारी दी तथा भविष्य में भी इस तरह के कार्यक्रम आयोजित करने हेतु सी एण्ड ए फाउंडेशन हमेशा अग्रसर रहेगा। कुलपति प्रो. विजय सिंह तोमर द्वारा अध्यक्षीय भाषण में इस कार्यक्रम को एक सफल कार्यक्रम बताया क्योंकि सभी प्रशिक्षणार्थियों को यह प्रमाण पत्र कार्यक्रम करने के पश्चात रोजगार विभिन्न जैविक खेती से संबंधित कंपनियों द्वारा दिया गया है।

इस कार्यक्रम का संचालन प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. के.के. अग्रवाल, शस्य विज्ञान विभाग द्वारा किया गया यह कार्यक्रम व्यवसाय प्रबंधन एवं विकास इकाई, ज.ने.कृ.वि.वि., जबलपुर के तत्वाधान में नोडल अधिकारी डॉ. सुनील नहातकर के मार्गदर्शन में सम्पन्न हुआ। इस तीन माह के प्रशिक्षण कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. अमित झा, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद साहू, श्रीमती निशा सप्रे आदि का प्रत्यक्ष सहयोग रहा। इस कार्यक्रम के सुचारू रूप से संचालन हेतु विभागध्यक्ष डॉ. गिरीश झा, शस्य विज्ञान द्वारा वैज्ञानिकों की टीम विभागाध्यक्ष, डॉ. बी. सच्चिदानंद,         डॉ. शेखर सिंह बघेल, डॉ. बी एस द्विवेदी, डॉ. अमित उपाध्याय, डॉ. जी.के. कोतु,   डॉ. संजय सिंह, डॉ. वीरेन्द्र कुमार तिवारी, डॉ. प्रमोद शर्मा, डॉ. आषुतोष श्रीवास्तव, डॉ. एस.बी. दास, डॉ. ए.आर. वासनीकर, डॉ. बी.आर. पाण्डे, डॉ. ए.के. नायडू,     डॉ. एस.के. पाण्डे, डॉ. सी.एस. पाण्डे आदि का विशेष सहयोग रहा।

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद प्रस्ताव वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉं. दीपक राठी द्वारा दिया गया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु दीपक पाल, कु. लवीना शर्मा, जय वर्मा आदि का विशेष योगदान रहा।

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