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जेके एग्री : बीज क्षेत्र में जाना-पहचाना नाम

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जेके एग्री जेनेटिक्स लि. की स्थापना वर्ष 1989 में हुई थी। यह जेके इण्डस्ट्रीज लि. की एक विभाजित कम्पनी है। भारतीय किसानों को आधुनिक तकनीक के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की बीज किस्मों व कृषि साधनों को उपलब्ध कराने में मील के पत्थर के रूप में अपनी छवि स्थापित करना इसका उद्देश्य था। नेशनल सेल्स मैनेजर वेजीटेबल श्री मोहित मैनी ने बताया कि जेकेएएल अपने हैदराबाद स्थित मुख्यालय से हायब्रिड बीज के अनुसंधान एवं विकास, उत्पादन, प्रसंस्करण एवं विपणन कार्यों को संचालित कर रहा है। जेकेएएल के गुणवत्ता की प्रतिबद्धता ने ग्राहकों, चेनल सदस्यों, गठबंधनकर्ताओं, शासकीय संस्थाओं एवं अन्य के मध्य एक मजबूत विश्वास तथा ब्राण्ड की विश्वसनीयता कायम की है जर्म प्लाज्म के विशाल संग्रह पर आधारित आधुनिक जेनेटिक तकनीक के उपयोग से जेकेएएल के प्रजनक अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के उत्पादों का निर्माण करते हैं, जो किसानों की मांग के अनुरूप होते हैं। जेके एग्री की बाजार में उपलब्ध हायब्रिड बीजों की विशाल शृंखला पौध प्रजनक अनुसंधान व हायब्रिड बीज विकास में इनकी गहरी पैठ को दर्शाती है।
सर्वोच्च कृषि अनुसंधान संस्था भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ने जेके एग्री के धान, मक्का, अनाज चारा व बाजरा की कई हायब्रिड किस्मों को अनुशंसित किया है, जिन्हें भारत सरकार ने विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों के लिये अधिसूचित किया है। जेके एग्री के पास अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की आधारभूत संरचना है, जिसमें 3 मुख्य अनुसंधान केन्द्र, विभिन्न कृषि जलवायु क्षेत्रों में प्रतिवर्ष 500 कृषक प्रक्षेत्रों पर प्रदर्शन की क्षमता वाले विभिन्न स्थानों पर स्थित 17 प्रदर्शन केन्द्र शामिल हैं। इसके अतिरिक्त आधुनिक जर्मप्लाज्म बैंक, कपास के रेशों की जांच की सुविधा, रोग एवं कीट की जांच सुविधा आदि भी उपलब्ध है। जेके एग्री जेनेटिक ग्राहकों एवं चेनल मेम्बर्स के साथ मिलकर उनके क्षेत्र की जलवायु आधारित प्रजनक उद्देश्यों को निर्धारित करने एवं हायब्रिड के चयन के लिए भागीदारी पौध प्रजनक कार्यक्रम पर भी कार्य करती है।

(जेके) रतन धन पायो

जेके एग्री जेनेटिक की टमाटर की हायब्रिड किस्म जेके रतन ने शुरुआत के साथ ही किसानों के बीच अपनी पैठ बनाना प्रारंभ कर दी है। यह एक जल्दी पकने वाली, रोगों के प्रति सहनशील, अधिक वजन व गहरे लाल रंग के फल इसकी प्रमुख विशेषताएं हैं। गत सीजन में शिवपुरी जिले में इसके विशेष प्रदर्शन कार्यक्रम किये गये। ग्राम करमोज खुर्द के कृषक श्री कल्लू कुशवाह कहते हैं कि अन्य किस्मों की अपेक्षा जेके रतन में जल्दी उत्पादन प्रारम्भ होता है और अंत तक एक समान होता है। इसका फुटान भी अधिक होता है। ग्राम- खौरघाट के कृषक श्री मानसिंह रावत के अनुसार फल बहुत बड़ा एवं मोटे छिलके वाला होता है। इस कारण इसे 2-3 दिन रोककर भी बेचा जा सकता है। इसी ग्राम के श्री रोरीलाल रावत बताते हैं कि जेके रतन टमाटर चमकीला एवं बड़े आकार का होता है। श्री आशाराम जाटव ग्राम कुंवरपुर जेके रतन के बड़े आकार के आकर्षक फल से प्रभावित हंै। वे बताते हैं कि इसकी एक और प्रमुख विशेषता बगैर रोगग्रस्त हुए अधिक गर्मी सहन करना है।

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One thought on “जेके एग्री : बीज क्षेत्र में जाना-पहचाना नाम

  • दुललहपुर

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