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चने की बुवाई करें लाभ कमायें

जबलपुर। विभिन्न फसलों की कीमतों का पूर्वानुमान लगाने हेतु जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के कृषि अर्थशास्त्र एवं प्रक्षेत्र प्रबंध विभाग में  बाजार आसूचना नामक परियोजना चलायी जा रही है जिसके तहत विभिन्न अर्थमितीय तकनीकों का प्रयोग कर चने की पूर्वानुमानित कीमतों का अनुमान लगाया गया। इसमें चने की पूर्वानुमानित कीमत 4400-4500/-रू. प्रति क्ंिवटल रहने की संभावना है जो कि भारत सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य 3425/- प्रति क्विंटल से काफी अधिक है। अत: किसान चने की पूर्वानुमानित कीमतों को ध्यान में रखते हुए चने की बुवाई संबंधी निर्णय ले सकते हैं।
चना भारत की प्रमुख दलहनी फसलों में से एक है। भारत सहित ऑस्ट्रेलिया, तुर्की, म्यामार, पाकिस्तान और इथोपिया में विश्व का 90 प्रतिशत चना उत्पादन होता है। कुल दलहन उत्पादन का 45 प्रतिशत उत्पादन अकेले चने का होता है। भारत विश्व का प्रमुख चना उत्पादक देश है जहां विश्व का 75 प्रतिशत चना उत्पादन होता है। भारत को विश्व के सबसे बड़े चना उपभोक्ता के रूप में भी जाना जाता है। मध्यप्रदेश देश का सबसे बड़ा चना उत्पादक राज्य है जहां कुल चना उत्पादन का 40 प्रतिशत उत्पादन अकेले मध्यप्रदेश में होता है। इसके उपरांत राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और आंधप्रदेश का क्रमश: 14 प्रतिशत, 10 प्रतिशत, 9 प्रतिशत, और 7 प्रतिशत योगदान है। वर्ष 2012-13 के दौरान मध्यप्रदेश के द्वारा 3321 हजार टन उत्पादन तथा 1221 किलो प्रति हेक्टेयर उत्पादकता के साथ विश्व रिकार्ड दर्ज किया गया। मध्यप्रदेश में चने की बुवाई अक्टूबर-नवम्बर में तथा कटाई फरवरी-मार्च में की जाती है।
मध्यप्रदेश के प्रमुख चना उत्पादक जिले नरसिंहपुर, सागर, दमोह, पन्ना, छतरपुर, धार, उज्जैन, रतलाम, देवास, शाजापुर, गुना, अशोकनगर सीहोर, राजगढ़ तथा विदिशा है, परंतु हमने अधिकतम आवक के कारण विदिशा मण्डी को पूर्वानुमानित कीमतों को अनुमान लगाने हेतु चयनित किया।

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