खाद, बीज विक्रेताओं ने दी हड़ताल की चेतावनी
भोपाल। अमानक व नकली कृषि आदानों के विरूद्ध शासन की एकतरफा कठोर कार्यवाही से परेशान कृषि आदान विक्रेता अब इसके विरोध में संगठित रूप में उतर आये हैं।
म.प्र. कृषि आदान विक्रेता संगठन की भोपाल शाखा ने विगत इस दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में सांसद, विधायकों एवं जिलाध्यक्ष को ज्ञापन सौंपा। इसके पूर्व आयोजित पत्रकारवार्ता में संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं प्रदेशाध्यक्ष श्री मानसिंह राजपूत एवं भोपाल उर्वरक एवं कीटनाशक संघ के अध्यक्ष श्री राजेश गोयनका ने बताया कि विगत दिनों अमानक एवं नकली उर्वरक व कीटनाशकों के विरूद्ध चलाये गये अभियान के अन्तर्गत एकतरफा कार्यवाही करते हुए पूरे प्रदेश में लगभग 40-50 विक्रेताओं के विरूद्ध एफआईआर एवं लगभग 100 विक्रेताओं के विरूद्ध विक्रय लाइसेंस निरस्त करने की कार्यवाही की गई है। जबकि विक्रेता शासन से प्रदेश में विक्रय हेतु लाइसेंस प्राप्त निर्माताओं एवं प्रदायकों से ही आदान क्रय करते हैं। यदि आदान अमानक है तो केवल विक्रेता के विरूद्ध ही कार्यवाही क्यों की जा रही हैं। साथ ही कृषि आदान अमानक पाये जाने की स्थिति में केवल उस स्टॉक को विक्रय हेतु प्रतिबंधित किये जाने का प्रावधान है तो फिर इस तरह की अवैधानिक कानूनी कार्यवाही क्यों की जा रही है? उन्होंने यह भी बताया कि एक ही लॉट या बैच का माल शासकीय/ सहकारी संस्थाओं को व निजी क्षेत्र को भी प्रदाय किया जाता है, फिर भी केवल निजी क्षेत्र के नमूने ही अमानक होते हैं।
पूरे प्रदेश में किसानों तक कृषि आदान निजी क्षेत्र के लगभग 50 हजार विक्रेताओं एवं 7246 सहकारी समितियों के माध्यम से पहुंचता है। प्रदेश शासन की निजी क्षेत्र के विरूद्ध इस तरह की एकतरफा कार्यवाही से व्यवसायियों के इस व्यवसाय से विमुख होने का खतरा मंडराने लगा है, इसलिये व्यवसायी संगठित होकर इस तरह की कार्यवाही का विरोध कर रहे हैं तथा भविष्य में पूरे प्रदेश में सामूहिक हड़ताल जैसे कदम भी उठाये जा सकते हैं।