खाद्य पदार्थों के बाजारीकरण की जरुरत
जबलपुर। जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में फूड सेफ्टी फस्ट कम्पनी नई दिल्ली के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा विषय विशेषज्ञ श्री उज्जवल कुमार ने ”खाद्य सुरक्षा एक्ट 2006 और खाद्य सुरक्षा प्रबंधन विषय पर आयोजित व्याख्यान कार्यक्रम में भारत में चल रहे व्यापार विकास और खाद्य से जुड़े उत्पाद के बाजारीकरण के बारे में जानकारी देते हुये कहा कि खाद्य सुरक्षा एक्ट के अनुसार गुणवता युक्त खाद्य पदार्थ तैयार कर बाजारीकरण करने की जरूरत है। इससे किसानों और उपभोक्ता दोनों को फायदा मिलेगा। खाद्य सुरक्षा एक्ट के तहत एक वर्ष में 12 लाख तक कमाने वाले व्यापारी 100 रूपये में एक वर्ष रजिस्ट्रेशन कराकर लाईसेंस ले सकते हैं। इसके अभाव में आर्थिक दण्ड एवं अन्य असुविधाओं से जूझना पड़ सकता है। भारत का यह दुनिया का सबसे सफल और अच्छा एक्ट है।
कार्यक्रम के अध्यक्ष जनेकृविवि के कुलपति प्रो. विजय सिंह तोमर ने कहा कि आज की आधुनिक एवं टिकाऊ खेती के युग में खाद्य सुरक्षा प्रबंधन एक महत्वपूर्ण विषय है। जिसमें विश्वविद्यालय को अधिक से अधिक अनुसंधान एवं विस्तार करने की जरूरत है। किसानों को अपनी आमदनी बढ़ाने के लिये गुणवता युक्त खेती और जैविक कृषि दोनों पर जोर देना होगा। इस मौके पर अधिष्ठाता कृषि संकाय एवं संचालक अनुसंधान डॉं. एस.के. राव, पूर्व संचालक अनुसंधान डॉं. एस.एस. तोमर, संचालक विस्तार डॉं. पी.के. मिश्रा, प्रभारी अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय डॉं. सुमन कुमार, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी महाविद्यालय डॉं. राजेन्द्र कुमार नेमा सहित बड़ी संख्या में विभागाध्यक्ष, वैज्ञानिक, शिक्षक और विद्यार्थीगण उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन एवं आभार प्रदर्शन पौध रोग वैज्ञानिक डॉं. संजीव कुमार ने किया।