कृषि यंत्रों की कीमत बाजार से अधिक न हो : श्री बिसेन
कृषि मंत्री ने की योजनाओं की समीक्षा
- खाद, बीज समय पर उपलब्ध कराएं
- बीज उत्पादन कार्यक्रम लें
- सोयाबीन बीज पर्याप्त मात्रा में किसानों को दें
- एनएफएसएम में दलहन और धान बीजों पर अनुदान बढ़ाने प्रस्ताव भेजेगी सरकार
भोपाल। किसान-कल्याण एवं कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने निर्देश दिये हैं कि किसानों को दिये जाने वाले कृषि यंत्रों की कीमत बाजार से अधिक न हो। उन्होंने कहा है कि जो कृषि यंत्र किसानों को दिये जा रहे हैं और उनकी बाजार में जो कीमत है उसका तुलनात्मक चार्ट बनाया जाये, ताकि इस भ्रम को दूर किया जा सके कि बाजार से अधिक दर पर किसानों को यंत्र दिया जा रहा है। श्री बिसेन गत दिनों विभागीय योजनाओं की समीक्षा कर रहे थे। अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री पी.सी. मीणा और प्रमुख सचिव कृषि डॉ. राजेश राजौरा एवं संचालक कृषि श्री मोहनलाल उपस्थित थे।
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कृषि मंत्री श्री बिसेन ने कहा कि खरीफ मौसम में किसानों को पर्याप्त मात्रा में बीज और खाद उपलब्ध हो इस पर विशेष ध्यान दिया जाये। उन्होंने बीज की उपलब्धता बनाये रखने के लिये बड़े पैमाने पर बीज उत्पादन कार्यक्रम चलाने को कहा। उन्होंने संकर मक्का के साथ-साथ सीड कार्न उत्पादन को भी बढ़ावा देने पर बल दिया। दलहन एवं तिलहन उत्पादन बढ़ाने के लिये जिप्सम का उपयोग किसान करें, इस दिशा में भी विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सोयाबीन बीज किसानों को माँग के अनुरूप उपलब्ध हों। उन्होंने नये किस्मों के बीज का उत्पादन बढ़ाने एवं प्रदर्शन में उनका उपयोग करने को कहा। श्री बिसेन ने बताया कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन में दलहन एवं धान बीजों में अनुदान बढ़ाने के लिये राज्य सरकार केन्द्र को प्रस्ताव भेजेगी। बैठक में बताया गया कि रष्ट्रीय कृषि विकास योजना में प्रत्येक विकासखण्ड में 4 स्व-चलित मौसम केन्द्र स्थापित किये जा रहे हैं। धान उत्पादन के लिये पेडी ट्रांसप्लान्टर और सोयाबीन के लिये रेस्ड बेड प्लान्टर के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। पेडी ट्रांसप्लान्टर के लिये किसानों को सवा लाख रुपये की सब्सिडी दी जा रही है।