कृषि में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने जेण्डर बजट सेल बनेगा
(विशेष प्रतिनिधि)
भोपाल। म.प्र. कृषि विभाग में शीघ्र जेण्डर बजट सेल का गठन किया जाएगा। यह जानकारी संचालक कृषि श्री मोहन लाल ने भोपाल में यू.एन. वीमन द्वारा कृषि एवं उद्यानिकी अधिकारियों के लिये आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला में दी।
संचालक कृषि ने कहा कि खेती-किसानी में महिलाओं का योगदान अधिक है लेकिन उन्हें इसका श्रेय नहीं मिलता। महिलाओं को सक्षम बनकर फैसले लेने होंगे, तभी योजनाओं एवं बजट में उनकी सहभागिता बढ़ेगी।
ज्ञातव्य है कि भारत सरकार ने बजट प्रक्रिया को जेण्डर संवेदनशील बनाने के लिये जेण्डर बजटिंग को अपनाया है। म.प्र. पहला राज्य है जहां जेण्डर बजट स्टेटमेंट को लागू किया गया है। कृषि क्षेत्र में जेण्डर मुद्दों के नजरिए से नीतियों और योजनाओं को कैसे बनाएं जिससे महिलाओं की सहभागिता बढ़े। इस विषय पर कार्यशाला में विचार किया गया। कार्यशाला में कृषि एवं उद्यानिकी अधिकारियों ने सुझाव दिया कि महिला कृषक के नाम से जमीन हो तभी अनुदान मिले ऐसी व्यवस्था करनी चाहिए। योजनाओं में महिला को अतिरिक्त अनुदान सहायता मिले, रजिस्ट्रेशन में छूट हो, संयुक्त खाता खोलकर महिला एवं पुरूष कृषक दोनों के नाम से अनुदान मिले इससे महिलाओं की सहभागिता बढ़ेगी। इसके लिये महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायता भी लेनी होगी। तभी महिला आगे आकर सहयोगी बनेगी। इस अवसर पर अपर संचालक श्री बी.एम. सहारे, संयुक्त संचालक श्री की.पी. अहिरवार, कृषक जगत के अतुल सक्सेना एवं अन्य कृषि अधिकारीगण उपस्थित थे।