कृषि आदान विक्रेता संघ अलीराजपुर ने दिया पीएम के नाम कलेक्टर को ज्ञापन
अलीराजपुर। गत दिनों मध्यप्रदेश कृषि आदान विक्रेता संघ के आह्वान पर अलीराजपुर जिला खाद, बीज, दवाई विक्रेता संघ एवं जिले के अध्यक्ष जानकी वल्लभ कोठारी और प्रदेश प्रतिनिधि शफाकत दाऊदी, कृषि आदान संघ भोपाल के सह सचिव जिगेश कोठारी और जोबट तहसील के अध्यक्ष महेंद्र राठौड़, आजाद नगर के अध्यक्ष धर्मेंद्र जायसवाल और अलीराजपुर के अध्यक्ष राघव कापडिय़ा के नेतृत्व में अलीराजपुर जिले से आये कृषि आदान विक्रेताओं ने सहयोग गार्डन से रैली निकाल कर सबसे पहले आलीराजपुर विधायक श्री नागर सिंह चौहान, कलेक्टर श्री शेखर वर्मा और जोबट विधायक श्री माधुसिंह डावर को एवं सांसद प्रतिनिधि श्री महेश पटेल को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन का वाचन संगठन के जिलाध्यक्ष जानकीवल्लभ कोठारी ने किया । कोठारी ने बताया कि मध्यप्रदेश कृषि आदान विक्रेता संघठन के सदस्य कृषि को लाभ का धंधा बनाने में राज्य सरकार के उद्देश्य की पूर्ति करते हुए कृषकों की सहायता करते हुए अपना परिवार का भरण-पोषण करते हैं और उन्ही कंपनियों के माल का विक्रय करते हैं जिसको केंद्र और राज्य सरकार अनुमति प्रदान करती है और विधिवत लायसेंस प्राप्त कर ही उर्वरक एवं कीटनाशक का विक्रय किया जाता है। और नियमानुसार कृषि विभाग सेम्पल सरकारी लेब में टेस्ट करता है। परन्तु सेम्पल के नमूने 1-2 प्रतिशत अमानक आने पर 2-3 माह से प्रदेश के विक्रेताओं पर एफआईआर की जा रही है जो कि अवैधानिक है और पूर्व में पूरे प्रदेश में जो प्रकरण में न्यायालय में गये हैं उन सभी में कोर्ट ने यह निर्णय दिया है। कंपनी के मूल उत्पाद को अधिकृत विके्रता से बिल से प्राप्त करके बिना छेड़छाड़ के विक्रय किया जाता है, तो अमानक होने पर विक्रेता को दोषी नहीं माना जा सकता।
अगर कोई आदान अमानक आता है तो कंपनी पर एफआईआर होनी चाहिए। जोबट तहसील के अध्यक्ष महेंद्र राठौड़ ने कहा कि हम विक्रेता हैं निर्माता नहीं, हम इस तरह की कार्यवाही को अब नहीं सहेंगे। मार्कफेड और सहकारी समितियों पर अमानक आदान आने पर उनके खिलाफ क्यों कार्यवाही नहीं की जाती है? अगर ऐसा है तो इन दो-तीन वर्षों से मध्य्प्रदेश को कृषि कर्मण अवॉर्ड कैसे मिल रहा है। हमारी प्राथमिकता किसानों को अच्छा आदान मिले जिससे किसान की उपज से देश की सृमद्धि हो।