किसानों की सेवा के बाद किसी और की सेवा की आवश्यकता नहीं : श्रीमती चिटनिस
बुरहानपुर। किसान भाईयों की सेवा के बाद किसी और की सेवा की आवश्यकता नहीं होती। इन किसानों की मेहनत के बाद हम सभी का पेट भरता है। यह बात महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने जैविक मिर्च के उत्पादन की तकनीक एवं विपणन पर आयोजित कार्यशाला में किसानों को संबोधित करते हुए कही। श्रीमती चिटनिस की पहल पर जैविक खेती से मिर्च उगाने को प्रोत्साहित करने हेतु कार्यशाला का आयोजन गया। इसमें बेगलुरू की फालदा एग्रो रिसर्च फाउंडेशन से वैज्ञानिक श्री एनके माधवराज और वैज्ञानिक श्री आरएन योगेश ने किसान भाईयों को जैविक खेती से मिर्च उगाने का तरीका बताया।
जिले में कृषि उद्यानिकी फसलों के अंतर्गत तुअर, मिर्ची, प्याज, अदरक, हल्दी, धानिया आदि फसलों को जैविक विधि से उगाकर फसलों का प्रमाणीकरण एपीडा के माध्यम से कराकर जैविक उत्पाद क्रय को निश्चित कर अधिकतम मूल्य दिलाने हेतु एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कर्नाटक के जैविक उत्पाद विशेषज्ञ श्री एन.आर. माधवराज एवं श्री योगेश द्वारा कृषकों को जैविक विधि का उपयोग करते हुए प्राप्त उपज के विपणन के संबंध में मार्गदर्शन दिया तथा भविष्य में बुरहानपुर जिले में छोटे-छोटे जैविक समूह बनाकर जैविक उत्पादक को उत्पादन करने की कार्ययोजना बताई।
श्रीमती चिटनिस ने कहा 27, 28 और 29 जनवरी को बुरहानपुर में विशेष किसान मेले का आयोजन किया जाएगा। इसमें आईसीआर के वैज्ञानिक आएंगे।
श्रीमती चिटनिस ने कहा कि किसान अपने खेत में जो भी फसल बोएं उसी को बीमा कराते समय और बैंक में ऋण लेते समय दस्तावेज में दर्ज जरूर कराएं। उन्होंने कहा कि बीमा योजना के तहत मंदसौर में 75 हजार किसानों को 113 करोड़ रूपए एवं नीमच में 1 लाख किसानों को 206 करोड़ रूपए बांटे गए जबकि बुरहानपुर के किसानों को बहुत कम मात्र 5 करोड़ रूपए ही मिल पाए। यहां के किसानों को भी बीमा का लाभ अधिक से अधिक लेना चाहिए।
कार्यक्रम को जनपद पंचायत अध्यक्ष किशोर पाटिल, कलेक्टर दीपकसिंह एवं आत्मा के उपसंचालक राजेश चातुर्वेदी ने भी संबोधित किया।