एफएआई ने की महाधन पुरस्कारों की घोषणा
पुणे। दि फर्टिलाइजर एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एफएआई) के पश्चिमी क्षेत्र की वार्षिक बैठक पुणे में गत 23 जून को आयोजित की गई। वर्ष 2014-15 में उर्वरक उद्योग के हालातों की समीक्षा और भविष्य पर चर्चा करते हुए इस बैठक का आयोजन किया गया। डॉ. एस.के. नन्दा, आय.ए.एस., अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, जीएसएफसी लि. ने बैठक की अध्यक्षता की। आरसीएफ के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री आर.जी. राजन भी मौजूद थे। उर्वरक उपयोग के बारे में जागरुकता बढ़ाने तथा उर्वरकों के प्रभावी प्रसार के लिए 2008 से फसल उत्पादकता वृद्धि एवं उर्वरक विस्तार के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए एफएआई द्वारा उर्वरक कंपनियों को महाधन पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इन पुरस्कारों के प्रायोजक दीपक फर्टिलाइजर्स और पेट्रोकेमिकल्स के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्री शैलेष मेहता हैं। डॉ. बालासाहेब सावंत कोंकण कृषि विद्यापीठ के भूतपूर्व कुलगुरु तथा भारतीय कृषि विद्यापीठ भूतपूर्व अध्यक्ष डॉ. एस.एस. मगर इस पुरस्कार समिति के अध्यक्ष और महाराष्ट्र के भूतपूर्व कृषि निदेशक डॉ. आर.डी. मुले तथा एफ.ए.आई. (पश्चिम क्षेत्र) के अधिकारी श्री डी.डी. खोसे समिति के सदस्य हैं। पुरस्कार में रु. 51000/- नगद, स्मृति चिन्ह, शॉल और प्रमाण पत्र शामिल हैं। वर्ष 2014-15 के लिए फसल उत्पादकता वृद्धि में सर्वोत्कृष्ट कार्य के लिए कृभको एवं जीएसएफसी को संयुक्त रूप से तथा उर्वरक विस्तार सेवाओं में सर्वोत्कृष्ट कार्य के लिए दीपक फर्टिलाइजर्स एवं राष्ट्रीय केमिकल्स और फर्टिलाइजर्स को संयुक्तरूप से पुरस्कार दिया गया। बैठक में श्री शैलेष मेहता को सर्वसम्मति से एफएआई (पश्चिम विभाग) के अध्यक्ष के रूप में वर्ष 2015-16 के लिए पुन: निर्वाचित किया गया।
इस अवसर पर एएफआई नई दिल्ली के विपणन निदेशक डॉ. डी.एस. यादव तथा आरसीएफ, विपणन निदेशक श्री अशोक घसघसे, श्री पी.के. कौल, जीएसएफसी, श्री जे.पी. घरिया, मुख्य महाप्रबंधक, जीएनएफसी और एफएआई. (पश्चिम विभाग) के विभागीय कार्यकारी अधिकारी श्री डी.डी. खोसे उपस्थित थे।