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इस वर्ष 233 लाख टन से अधिक होगा चीनी उत्पादन

नई दिल्ली। चीनी उद्योग संगठन इस्मा ने अगले माह से शुरू हो रहे मार्केटिंग वर्ष 2016-17 के लिए चीनी उत्पादन के अग्रिम अनुमान में एक लाख टन का इजाफा किया है। उसका मानना है कि अक्टूबर 2016 से सितंबर 2017 के दौरान देश में चीनी का 233.7 लाख टन उत्पादन होगा। इससे पहले उसने 232.6 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान जताया था।
इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने गत दिनों यह जानकारी दी। उसने कहा कि देश में इस बार चीनी के आयात की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि घरेलू मांग को पूरा करने लायक पर्याप्त स्टॉक उपलब्ध है। एसोसिएशन के मुताबिक 15 सितंबर तक चीनी मिलें 250.5 लाख टन चीनी बना चुकी हैं। अगले 15 दिनों में इसमें और आधा टन का इजाफा हो सकता है। इससे मार्केटिंग वर्ष 2015-16 में कुल उत्पादन 251 लाख टन तक पहुंच सकता है। गौरतलब है कि भारत दुनिया में ब्राजील के बाद चीनी का दूसरा बड़ा उत्पादक देश है। इस माह खत्म हो रहे मार्केटिंग वर्ष 2015-16 के दौरान देश में इसका 251 लाख टन उत्पादन होने का अनुमान है। इससे पिछले साल यह आंकड़ा 283 लाख टन था। इस्मा ने सितंबर 2016 के उपग्रह चित्रों के आधार पर गन्ने का रकबा 49.99 लाख हेक्टेयर तक पहुंचने का अनुमान लगाया है। यह 2015-16 के सीजन की तुलना में पांच फीसदी कम है।
चीनी मिलों पर स्टॉक होल्डिंग लिमिट लगाए जाने के बावजूद चीनी की कीमतों में अगली तीन-चार तिमाहियों तक तेजी बने रहेगी। ऐसा स्टॉक को लेकर सख्ती के कारण होगा। यह दावा क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा ने अपनी एक रिपोर्ट में किया है। उसके मुताबिक इस साल मार्च में चीनी के दाम 31,500 रुपए प्रति टन के आसपास थे। यह अगस्त में 36,000 रुपए प्रति टन तक पहुंच गए।

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