आदेश रद्द करें वर्ना होगा प्रदेशव्यापी किसान आंदोलन
(विशेष प्रतिनिधि)
भोपाल/इन्दौर। कृषि महाविद्यालय इन्दौर की जमीन कोर्ट भवन के लिए देने के निर्णय के खिलाफ गत दिनों विशाल रैली निकाली गई, जिसमें किसान, मजदूर, कई कृषि संगठन, छात्र-छात्राएं एवं सामाजिक संगठनों ने भाग लिया।
कृषि महाविद्यालय परिसर की 20 एकड़ जमीन पर जिला न्यायालय की नई बिल्डिंग बनाने के शासन के प्रस्ताव के खिलाफ शहर की सड़कों पर सैकड़ों किसानों ने अपना विरोध दर्ज कराया। श्री शिवकुमार शर्मा एवं श्री देवनारायण पटेल के नेतृत्व में कालेज से गांधी हाल तक निकाली गई रैली के दौरान राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष श्री शर्मा ने कहा- अगर किसी निर्माण कार्य के लिए कृषि कॉलेज की जमीन अधिग्रहित की गई तो इस संस्थान में पिछले 30 साल से जारी अहम फसल अनुसंधान बर्बाद हो जाएंगे।
श्री शर्मा ने आरोप लगाया कि कृषि कॉलेज की जमीन हथियाने के लिए सरकारी अधिकारियों ने इस भूमि के राजस्व रिकॉर्ड में भी हेराफेरी की है उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच की जानी चाहिए और इसमें दोषी पाए जाने वाले अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज कराया जाना चाहिए। उन्होंने यह मांग भी की कि कृषि कॉलेज को प्रदेश के पहले जैविक कृषि विश्वविद्यालय में बदला जाए। अभिभाषक संघ ने भी कृषि कॉलेज की जमीन पर अदालत की नई इमारत बनाने का विरोध किया है। उल्लेखनीय है कि मौजूद जिला न्यायालय भवन एमजी रोड पर स्थित है। इस भवन में पर्याप्त जगह और सुविधाओं की कमी के कारण प्रदेश सरकार कृषि कॉलेज की 20 एकड़ जमीन लेकर जिला अदालत की इमारत खड़ी करना चाहती है। प्रस्ताव के खिलाफ यहां पर्यावरणविदों, इस महाविद्यालय के पूर्व छात्रों, कृषि वैज्ञानिकों और किसानों का लगभग डेढ़ माह पूर्व से आंदोलन जारी है।