आगर में जैविक कलस्टर प्रशिक्षण
आगर। उपसंचालक सह परियोजना संचालक आत्मा श्री आर.पी. कनेरिया के मार्गदर्शन में परम्परागत कृषि विकास योजनान्तर्गत विकासखण्ड आगर के ग्राम कुण्डला में गत दिनों को एक दिवसीय जैविक कलस्टर प्रशिक्षण का आयेजन किया गया। जैविक प्रशिक्षण में डॉ. आर.पी.शर्मा कार्यक्रम समन्वयक के.वी.के. उज्जैन श्री दिलीप सुर्यवंशी वैज्ञानिक पादप रोग विज्ञान,डॉ.नरेन्द्र कुमार तॉबे कृषि वैज्ञानिक, उपपरियोजना संचालक आत्मा श्री के.आर.सालमी विकासखण्ड सलाहकार समिती अध्यक्ष श्री सुन्दरलाल यादव व.कृ.वि.अ.श्री डी.एस.राजपूत, बी.टी.एम.रोहित यादव बड़ौद बी.टी.एम.एच.एम.बंजारा सुसनेर, बी.टी.एम. आगर अखिलेश घनघोर एवं ए.टी.एम. वेदप्रकाश सेन एवं श्री एच.एन.जाटव गा्र.कृ.वि.अ. उपस्थित रहे।
डॉ. तॉबे ने किसानों को गौ मूत्र मठ्ठा (छाछ) नीम पत्ती, करंज,धतुरा,अकवा,बेसरम,के उपयोग से जैविक कीटनाशकों को बनाने तथा फसलों में उपयोग का तरीका अपनाने की सलाह दी। डॉ. शर्मा के.वी.के. उज्जैन ने जैविक खेती का महत्व एंव आज की आवश्यकता खेती को लाभ का धंन्धा बनाने की उपयोगिता पर प्रशिक्षण दिया। श्री सुर्यवंशी वैज्ञानिक उज्जैन ने किसानों को केचुंआ खाद, नाडेपटॉका, खाद मटका,के बारे में बताया।
प्रगतिशील कृृषक श्री सुन्दरलाल यादव ने स्वंय के द्वारा की जा रही जैविक खेती का उदाहरण देते हुए किसानो को जैविक खेती से हुए लाभ को बताया। अन्त में श्री राजपूत ने कृषि विभाग की विभीन्न योजनाओं के बारे में किसानो को बताया। एवं आभार आगर बी.टी.एम. श्री अखिलेश घनघोर एवं कार्यक्रम का संचालन श्री वेदप्रकाश सेन ने किया।