बजट: किसानों के लिए उम्मीद की किरण !
…सहकारी समितियों के माध्यम से संगठित कर दुग्ध उपार्जन दर के अतिरिक्त प्रति लीटर के मान से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना से दूध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…सहकारी समितियों के माध्यम से संगठित कर दुग्ध उपार्जन दर के अतिरिक्त प्रति लीटर के मान से प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस योजना से दूध उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा और…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…का विक्रय दिनांक 30 अप्रैल, 2024 तक करने वाले ऐसे किसान जिन्हें उनके उपज विक्रय राशि का भुगतान प्राप्त नहीं हुआ तथा उपार्जन की अंतिम तिथि तक फसलों का विक्रय…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…कि कुछ जिलों से शिकायतें प्राप्त हो रही हैं कि वहां पहले से ही मूंग और उड़द का भंडारण किया जा रहा है, जबकि उपार्जन के बाद ही निर्धारित मानकों के…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…बताया कि कलेक्टर द्वारा आयोजित इस मासिक बैठक में किसानों की सिंचाई, खाद -बीज की व्यवस्था, उपार्जन,नहरों की सफाई आदि कृषि से जुड़ी अन्य समस्याओं पर किसान प्रतिनिधियों से चर्चा…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…पर खाद्यान्न उपलब्ध कराने, वन-नेशन-वन राशन कार्ड, प्रधानमंत्री राशन आपके ग्राम योजना, मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत महिलाओं को 450 रूपए में गैस रिफिल उपलब्ध कराने, प्रधानमंत्री जनमन मिशन, गेहूं उपार्जन की स्थिति और…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…उपार्जन वर्ष 2024-25 के दौरान लगभग 100 गोदामों में भण्डारित गेहूं कीटग्रस्त और अपग्रेडेबल पाए जाने के मामले में खाद्य मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने कड़ा रुख अपनाया है।…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…मुख्यमंत्री कृषक फसल उपार्जन योजना पर पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही उद्यानिकी विभाग की फसलोत्तर प्रबंधन के तहत एकीकृत शीत श्रृंखला की अधोसंरचना विकास प्रोत्साहन योजना, ग्रामीण विकास…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…जुलाई तक ग्रीष्मकालीन मूंग खरीदी किए जाने के आदेश जारी किए गए थे। लेकिन मूंग उपार्जन का कार्य खरीदी का काम 15 दिन की देरी से शुरू हुआ। इसके चलते…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…न्यूनतम समर्थन मूल्य पर उपार्जन के फैसले का आभार जताया, जिससे प्रदेश के किसानों को बड़ी राहत मिली है। त्रि-पक्षीय एमओयू के मुख्य बिंदु राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड, मध्यप्रदेश पशुपालन विभाग…
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें…बढ़ गए हैं। सोयाबीन के मजदूर 500 रु रोज लेते हैं। उपार्जन के समय आवक बढ़ने से भी दाम कम हो जाते हैं। अभी सोयाबीन की औसत लागत 20 हज़ार…
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