समर्थन मूल्य से नीचे गेहूं की खरीदी
11 अप्रैल 2022, इंदौर । समर्थन मूल्य से नीचे गेहूं की खरीदी – इस वर्ष गेहूं की अच्छी पैदावार हुई है और किसानों को मंडी और खुले बाज़ार में समर्थन मूल्य से अधिक दाम मिलने से किसान पंजीयन कराने के बाद भी उपार्जन केंद्रों पर अपना गेहूं नहीं बेच रहे हैं। लेकिन गत सप्ताह इंदौर मंडी में गेहूं बेचने आए कई किसानों का गेहूं व्यापारियों ने समर्थन मूल्य से कम दाम में खरीदा। यदि यही किसान उपार्जन केंद्र पर अपना गेहूं बेचते तो इन्हें गेहूं की गुणवत्ता के आधार पर समर्थन मूल्य तो मिल ही जाता।
प्राप्त जानकारी के अनुसार एक सप्ताह पूर्व लक्ष्मी बाई अनाज मंडी इंदौर में जिले के विभिन्न गांवों के किसान अपनी गेहूं उपज बेचने मंडी आए थे , जहाँ विभिन्न व्यापरियों ने इनका गेहूं समर्थन मूल्य से भी नीचे खरीदा ,जिससे किसानों को बहुत निराशा हुई। किसानों ने इसे अपने प्रति अन्याय बताया। बता दें कि 2 अप्रैल को ग्राम कटनिया के किसान श्री नानूराम का 40 बोरी गेहूं 1971 रुपए /क्विंटल ,करजोदा के श्री राधेश्याम का 60 बोरी गेहूं 1991 रु / क्विंटल ,श्री अनोखीलाल का 40 बोरी गेहूं 1971 /क्विंटल ,मांगलिया के श्री लाखन का 45 बोरी गेहूं 1975 /क्विंटल ,रतनखेड़ी के श्री सुखदेव का 10 बोरी गेहूं 1973 रु /क्विंटल , माताबरोडी के श्री ओम का 16 बोरी गेहूं 1970 रु /क्विंटल और धरमपुरी के श्री शिवनारायण का 250 बोरी गेहूं 2001 रु /क्विंटल की दर से बिका। स्मरण रहे कि इस वर्ष सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रु /क्विंटल निर्धारित किया है।
उल्लेखनीय है कि इंदौर जिले में गेहूं उपार्जन के कई केंद्र बनाए हैं , जहाँ समर्थन मूल्य पर खरीदी की व्यवस्था की गई है। इसके लिए कई किसानों ने अपना पंजीयन भी कराया है। इस बार किसानों को अपना स्लॉट खुद बुक करने की भी सुविधा दी है , इसके बावजूद अधिकांश किसान इन उपार्जन केंद्रों पर अपने गेहूं नहीं बेच रहे हैं , क्योंकि इस बार उन्हें खुले बाज़ार और मंडी में समर्थन मूल्य से अधिक दाम मिल रहे हैं। हालाँकि खुले बाज़ार में भी गेहूं के दामों में उतार-चढाव होता रहता है। गेहूं की किस्म और गुणवत्ता के आधार पर दाम तय किए जाते हैं।