कृषि मंत्री श्री सचिन यादव से चर्चा करते हुए कृषक जगत के निदेशक निमिष गंगराड़े।
नाबार्ड का आम महोत्सव
(विशेष प्रतिनिधि)
भोपाल। जैविक खेती समय की मांग है। जैविक पद्धति से आम का उत्पादन एवं किसानों को बाजार से जोडऩे का नाबार्ड द्वारा किया गया प्रयास सराहनीय है। इस तरह की प्रदर्शनी राष्ट्रीय स्तर पर होनी चाहिए जिससे पूरे देश के आम उत्पादक किसान एक-दूसरे से जुड़ कर बेहतर लाभ कमा सकें। यह विचार प्रदेश के कृषि मंत्री श्री सचिन यादव ने नाबार्ड द्वारा आयोजित दूसरे आम महोत्सव में व्यक्त किए।
नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक श्री एस.के. बंसल ने आम को खास बताते हुए फलों के राजा को विटामिन ए और सी से भरपूर बताया। उन्होंने कहा कि इस वर्ष महोत्सव में लगभग 125 क्विंटल जैविक आम बिकने की संभावना है। उन्होंने बताया कि किसानों को जैविक उत्पाद की उचित कीमत दिलाना तथा बड़े व्यापारियों से किसानों का सीधा संपर्क कराना इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य है।
इसके पूर्व कार्यक्रम के प्रारंभ में नाबार्ड के महाप्रबंधक डॉ. दुष्यंत ने अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर जिलों से आए आम उत्पादक कृषक, नाबार्ड के अधिकारी एवं एनजीओ के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
आम से हुई आमदनी
छिंदवाड़ा जिले के प्रगतिशील कृषक श्री लक्ष्मण एवं मण्डला जिले के प्रगतिशील कृषक श्री भगत की आमदनी दिनों-दिन बढ़ती जा रही है। यह संभव हुआ है नाबार्ड की सराहनीय पहल बाड़ी योजना से। यह बाड़ी योजना आदिवासी कृषकों के लिए चलाई जा रही है जिससे 67 हजार आदिवासी परिवार से जुड़े हुए हैं। श्री लक्ष्मण ने बताया कि उन्होंने बाड़ी में 20 आम के एवं 35 आंवला के पौधे लगाए थे जो अब पेड़ बनकर फल देने लगे हैं। उन्हीं में से 150 किलो आम एवं 500 किलो आंवला लेकर वह मेले में आये हैं। इसी प्रकार श्री भगत ने 28 आंवला के एवं 30 आम के पौधे लगाए थे जो अब फल दे रहे हैं। गत वर्ष उन्होंने 14 हजार रुपये के आम बेचे थे। जैविक विधि से उगाए एवं पकाए गए आम की अच्छी कीमत मिल रही है। 150 से 500 रुपए किलो तक आम के खरीददार आ रहे हैं।
आम महोत्सव - 2019 :नाबार्ड के आम महोत्सव में प्रदेश के 10 जिलों से जैविक आम लाए गए हैं। यह आम मीठे एवं सुगंधित है। प्रदर्शनी में नाबार्ड ने भी आम का स्टॉल लगाया है जिसमें कृषकों के सहयोग से लिए गए आमों का प्रदर्शन किया गया है। आम महोत्सव में आमों की किस्म लंगड़ा, दशहरी, बादाम, मल्लिका, आम्रपाली, तोतापरी, केसर एवं सुंदरजा प्रदर्शित की गई है। |