Month: May 2017

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डॉ. स्वामीनाथन किसानों के वैज्ञानिक

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने गत दिनों विख्यात कृषि वैज्ञानिक डॉ. एम.एस. स्वामीनाथन के व्यक्तित्व पर लिखी गई पुस्तक शृंखला के दो भागों का लोकापर्ण किया। इस श्रृंखला का शीर्षक द एम एस स्वामीनाथन : दी क्वेंस्ट फोर

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जानवरों को भगाने का अनोखा उपकरण

भोपाल। खेतों में खड़ी फसल के समय जंगली जानवर फसल को नुकसान पहुंचाते हैं। इनसे बचाव के लिये किसान तार-जाली फैंसिंग, हल्के करंट वाली फैंसिंग, सोलर फैंसिंग आदि का सहारा लेते हैं। लेकिन ये सभी साधन अत्यधिक मंहगे होते हैं

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चार हजार करोड़ से अधिक की तीन सिंचाई परियोजनाओं को मंजूरी

भोपाल। मुख्यमंत्री  श्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में संपन्न मंत्रि-परिषद की बैठक में गत दिनों प्रदेश की तीन सिंचाई परियोजनाओं को स्वीकृति प्रदान की गई। चार हजार सत्रह करोड़ रूपये से अधिक की राशि से बनने वाली इन परियोजनाओं

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अच्छी वर्षा का पूर्वानुमान एक सुखद समाचार

किसानों के लिए खरीफ 2017 में भी सामान्य वर्षा का पूर्वानुमान एक सुखद समाचार है। वर्ष 2014 तथा 2015 में कमजोर मानसून के बाद वर्ष 2016 में भले ही मानसून में 8-10 दिन की देरी हुई परंतु बाद में सामान्य

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State News (राज्य कृषि समाचार)

आर्थिक उन्नति के लिये खेती जरूरी

पलायन की मार से गाँव के गाँव खाली हो रहे हैं। बढ़ते शहरीकरण के मद्देनजर राष्ट्रीय कौशल विकास परिषद ने खेती-किसानी में लगी आबादी की तादाद 52 फीसदी से घटाकर 38 फीसदी करने की योजना बनाई है। इसके मायने पांच

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जैविक नाशी वर्तमान समय की आवश्यकता

बायोपेस्टीसाइड्स का उपयोग, इसके लाभ का विवरण निम्नानुसार है। ट्राईकोडर्मा:- ट्राईकोडर्मा एक मित्र फफूंद है जो फसलों में लगने वाले रोग जैसे जडग़लन, उखटा, तनागलन एवं कॉलर रोट परजीवी रोग कारक फफूंद की वृद्धि रोककर उन्हे धीरे-धीरे नष्ट करता है।

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कद्दूवर्गीय सब्जियों की ज्यादा पैदावार कैसे लें

भूमि का चुनाव: इनकी खेती के लिए उपजाऊ दोमट मिट्टी जिसमें जल निकास अच्छा हो, अधिक उपयुक्त है। खेत की तैयारी : अच्छी तरह सड़ी  हुई गोबर की खाद 8-10 टन प्रति एकड़ बुआई से 20-25 दिन पहले मिलाये व

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Editorial (संपादकीय)

ट्रैक्टर चलित बीज-खाद बुआई यंत्र

भारत एक कृषि प्रधान देश है। यहाँ 142.6 मिलियन हेक्टेयर भूमि पर कृषि होती है। जिसमें 0.697 मिलियन हेक्टेयर पर कदन्न या मोटे अनाज की फसलों का उत्पादन किया जाता है, अधिकतर ये फसलें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ उड़ीसा, तमिलनाडु, कर्नाटक, आन्ध्रप्रदेश

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State News (राज्य कृषि समाचार)

फसल अवशेष के प्रभाव एवं प्रबंधन

मृदा के भौतिक गुणों पर प्रभाव -फसल अवशेषों को जलाने के कारण मृदा ताप में वृद्धि होती है। जिसके फसलस्वरूप मृदा सतह सख्त हो जाती है एवं मृदा की सघनता में वृद्धि होती है साथ ही मृदा जलधारण क्षमता में

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प्रधानमंत्री ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने गत दिनों असम के गौमुख में भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी। आईएआरआई की आधारशिला रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे भविष्य में पूरे क्षेत्र में एक सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने

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